दुबई, (PTI) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद खुद को मुश्किल में पाती है, क्योंकि आज इसका शक्तिशाली बोर्ड अगले साल की चैंपियंस ट्रॉफी के लंबे समय से प्रतीक्षित कार्यक्रम पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहा है, क्योंकि पाकिस्तान ने भारत के वहां खेलने से इनकार करने के बावजूद इस आयोजन की मेजबानी के ‘हाइब्रिड’ मॉडल पर विचार करने से इनकार कर दिया है। बैठक वर्चुअल तरीके से होगी। भारत द्वारा टीम को पाकिस्तान न भेजने के फैसले और हाइब्रिड सिस्टम को स्वीकार न करने के पीसीबी के अड़ियल रुख ने इस बड़े आयोजन के भविष्य को अधर में लटका दिया है।
इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने PTI को बताया, “इस समय हाइब्रिड प्रारूप सबसे अच्छा विकल्प है। हमें उम्मीद है कि इसमें शामिल सभी पक्ष टूर्नामेंट की खातिर समझदारी भरा फैसला लेंगे। भारत और पाकिस्तान के बिना टूर्नामेंट का आयोजन करना अच्छा नहीं है।” आईसीसी के सदस्य पीसीबी को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच के बिना चैंपियंस ट्रॉफी की चमक फीकी पड़ जाएगी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे वित्तीय नुकसान होगा। मेजबान ब्रॉडकास्टर – जियो स्टार – ने शेड्यूल के बारे में अंतिम निर्णय पर पहुंचने में देरी पर अपनी निराशा व्यक्त करने के लिए पहले ही आईसीसी के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क किया है। आईसीसी और ब्रॉडकास्टर के बीच हुए अनुबंध के अनुसार, शासी निकाय से कम से कम 90 दिन पहले टूर्नामेंट का शेड्यूल देने की उम्मीद थी और उस समय सीमा का उल्लंघन पहले ही हो चुका है।